June 13, 2010

प्रश्न के साथ रहो

"मेरे जीवन का क्या उद्देश्य है?" यह एक प्रश्न हमारे system में, हमारी आत्मा में मानवीय मौल्यों को प्रकाशित करता है. परन्तु इस प्रश्न के उत्तर को पाने में जल्दी मत करो. प्रश्न के साथ रहो. प्रश्न अपने में एक औजार है जिसके सहारे तुम अपने अन्दर की गहरी में उतर सकते हो.

No comments:

Post a Comment

शाळा

त्या दिवशी मला कळले कि शाळेची मजा कशात आहे ते इथे वर्ग आहेत,बाके आहेत,पोरे-पोरी आहेत, सर आहेत,बाई आहेत गणित,भूगोल आणि अगदी नागरिकशास्त्र सुध...